Lakshya बड़ा बनाओ, Duniya बदल जाएगी
Delhi |September 2018

Ganga Sahay Meena
Assitant Professor,JNU/p>

Ganga Sahay Meena
Assitant Professor,JNU
बारे में:
एक गरीब किसान का बेटा जिसको एक जोड़ी कपडा और एक वक़्त का खाना मिलना ही बहुत बड़ी बात थी, आज वह लड़का लोगों की तकदीर बदल रहा है| डॉक्टर गंगा सहाय मीना का एक छोटे से गाँव के गरीब किसान घर में जन्म हुआ| वह 15 वर्ष की आयु से ही परिवार की सहायता के लिए किसानी में हाथ बटाते थे और गायों को चराने लेके जाते थे|
इन सबके बावजूद उनमें पढ़ने का एक जोश था जो कि उन्हें इन सब को सोने नहीं देता था | वह सभी कार्य ख़तम करके और पढ़ाई करने लग जाते और फिर दूसरे दिन यही दिनचर्या चलती रही | गंगा सहाय मीना ने कभी खुदके गरीब होने का अफसोस नहीं किया बल्कि उसको अपनाया और अपने बड़े लक्ष्य बनाये| उस लक्ष्य को पाने के लिए पूर्णतः मेहनत व् लगन से जी तोड़ कोशिश की | और उसका फल भी उन्हें मिला, वो कहते हैं ना मेहनत का फल आज नहीं तो कल मिलता ही है| गंगा सहाय मीना ने अपने माँ बाप की मेहनत को देखा और ठाना की उन्हें अपने माँ बाप के सपने को पूरा करना है|
अपनी स्कूल की पढ़ाई सरकारी स्कूल से ख़तम कर आगे की पढ़ाई करने के लिए JNU का फॉर्म भरा और exam दिया और उन्हें उसमें बिना किसी विलम्भ दाखिला मिल गया| दाखिला मिलने के बाद JNU में जी तोड़ मेहनत के साथ पढ़ाई की और कभी भी आत्मविश्वास कम नहीं होने दिया और आज वह स्वयं JNU में associate professor के तौर पर नियुक्त हैं| आज के समय में गंगा सहाय मीना एक सफल प्रोफेसर हैं| और अपने लक्ष्य को पूरा करने के साथ साथ दूसरों की भी मदद कर रहे हैं| आज बड़े बड़े चैनल ZEE News, NDTV उन्हें दलित आदिवासी सम्पादन व् लेखन के लिए बुलाते हैं| और वह भारत के ICCR (Indian Council For Cultural Relation) की ओर से विदेश में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार कर रहे हैं|