Mumbai के Slums से Success तक का सफर

Delhi |July 2018

Prashant Kanojia

Journalist, The Wire HIndi

Prashant Kanojia

Journalist, The Wire HIndi

बारे में:

हर आम आदमी अपने जीवन में सफल(successful) होने का सपना देखता है, चाहे वह किसी बड़े शहर की चका चौंध से घिरे हों या किसी गरीब कसबे से हों| सभी को success और equality चाहिए | प्रशांत कनौजिया का जन्म Mumbai के slum में रहने वाले एक गरीब dalit परिवार में हुआ| लेकिन गरीबी उनके जीवन की एकमात्र समस्या नहीं थी| भारतीय समाज में गरीब होने से बड़ा गुनाह है एक Dalit होना| प्रशांत कनौजिआ संघर्ष (struggle) और प्रेरणा (inspiration) की जीती-जागती मिसाल है| बचपन से ही जातिवाद और गरीबी का दंड झेल चुके प्रशांत ने अपनी 12वी तक की पढाई english माध्यम स्कूल से की, समाज वालों ने प्रश्न उठाये कि एक गरीब दलित का बच्चा अंग्रेज़ो माध्यम में कैसे पढ़ सकता है,पर प्रशांत के माता-पिता ने सबको नज़रअंदाज़ करके उन्हें पढ़ाया क्यूंकि वे जानते थे कि इस समाज में हक़ की लड़ाई के लिए पढाई कितनी आवश्यक है| प्रशांत अपने पुरे परिवार के साथ एक कमरे के छोटे से मकान में रहते थे|

पिता की 3000 की कमाई और पूरे घर की ज़िम्मेदारी के बोझ ने प्रशांत को जल्दी ही ज़िम्मेदार बना दिया| प्रशांत जी ने अपनी 12वीं की पढाई ख़तम करते ही घर की आर्थिक अवश्था को सुधारने के लिए कई नौकरियाँ कीं| हमेशा से कुछ बड़ा करने की चाह रखने वाले प्रशांत ने अपनी जॉब,के बाद mass communication किया जिसमें उनकी रूचि बढ़ी और journalism आगे पढ़ने का निश्चय किया| प्रशांत ने दिल्ली के IIMC में लोन लेके दाखिला लिया| सफर बहोत ही मुश्किल था पर प्रशांत के होंसले उससे भी मज़बूत थे| कोई भी भेदभाव (caste discriminaton) या गरीबी उन्हें उनके उद्देश्य तक पहुंचने से रोक नहीं पाई| आज प्रशांत एक succesful और नामी journalist हैं| जानिये कैसे प्रशांत ने हर interview में जाती पूछे जाने से उसी interview को लेने तक का सफर तय किया, हमारे आज के जोश talk में|